Wednesday, 1 October 2014

Few good lessons.

जो चाहा कभी पाया नहीं,
जो पाया कभी सोचा नहीं,
जो सोचा कभी मिला नहीं,
जो मिला रास आया नहीं,
जो खोया वो याद आता है
पर
जो पाया संभाला जाता नहीं ,
क्यों
अजीब सी पहेली है ज़िन्दगी
जिसको कोई सुलझा पाता नहीं.
जीवन में कभी समझौता करना पड़े तो कोई बड़ी बात
नहीं है,
क्योंकि,
झुकता वही है जिसमें जान होती है,
अकड़ तो मुरदे की पहचान होती है।
ज़िन्दगी जीने के दो तरीके होते है!
पहला: जो पसंद है उसे हासिल करना सीख लो.!
दूसरा: जो हासिल है उसे पसंद करना सीख लो.!
जिंदगी जीना आसान नहीं होता; बिना संघर्ष कोई
महान नहीं होता.!
जिंदगी बहुत कुछ सिखाती है;
कभी हंसती है तो कभी रुलाती है; पर जो हर हाल में
खुश रहते हैं; जिंदगी उनके आगे सर झुकाती है।
चेहरे की हंसी से हर गम चुराओ; बहुत कुछ बोलो पर
कुछ ना छुपाओ;
खुद ना रूठो कभी पर सबको मनाओ;
राज़ है ये जिंदगी का बस जीते चले जाओ।
"गुजरी हुई जिंदगी को 
                   कभी याद न कर,

तकदीर मे जो लिखा है 
               उसकी फर्याद न कर...

जो होगा वो होकर रहेगा,

तु कलकी फिकर मे 
           अपनी आज की हसी                          बर्बाद न कर...

हंस मरते हुये भी गाता है
और 
      मोर नाचते हुये भी रोता है.... 

दुखो वाली रात 
              निंद नही आती
  और
       खुशी वाली रात
                     .कौन सोता है...
3-CHIZE ZINDAGI Me1 Baar Milti Hain-
1.MAA-BAP
2.WAQT
3.DOST

3-CHIZE SOCH-SAMAZ Kar Uthao-
1.KADAM
2.KASAM
3.KALAM

3-CHIZE SOCH Kr KARO-
1.PYAR
2.BAAT
3.FAISALA

3-CHIZE Kisi Ka INTZAR Nhi Karti-
1.MOUT
2.WAQT
3.UMAR

3-CHIZE CHHOTI Na Samjho-
1.KARZ
2.FARZ
3.RISHTA

3-CHIZE Humesha DARD Deti H-
1.DHOKA
2.GARIBI
3.YAADE 

3-CHIZO se Humesha Aap KHUSH Rahenge-
1.GOD
2.FAMILY And
3.Meri DOSTI

कुए में उतरने वाली बाल्टी यदि झुकती है,
तो भरकर बाहर आती है...
जीवन का भी यही गणित है,
जो झुकता है वह
प्राप्त करता है...
जीवन में किसी का भला करोगे,
तो लाभ होगा...
क्योंकि भला का उल्टा लाभ होता है ।
और
जीवन में किसी पर दया करोगे,
तो वो याद करेगा...
क्योंकि दया का उल्टा याद होता है।
भरी जेब ने ' दुनिया ' की पहेचान करवाई और
खाली जेब ने ' इन्सानो ' की.
जब लगे पैसा कमाने, तो समझ आया,
शौक तो मां-बाप के पैसों से पुरे होते थे,
अपने पैसों से तो सिर्फ जरूरतें पुरी होती है।
किनारे पर तैरने वाली लाश को देखकर ये समझ
आया ..
..बोझ शरीर का नही साँसों का था..
सर झुकाने से नमाज़ें अदा नहीं होती...!!!
दिल झुकाना पड़ता है इबादत के लिए...
पहले मैं होशियार था,
इसलिए दुनिया बदलने चला था,
आज मैं समझदार हूँ,
इसलिए खुद को बदल रहा हूँ.
बैठ जाता हूं मिट्टी पे अक्सर...
क्योंकि मुझे अपनी औकात अच्छी लगती है.
मैंने समंदर से सीखा है जीने का सलीक़ा,
चुपचाप से बहना और अपनी मौज में रहना.
ऐसा नहीं है कि मुझमें कोई ऐब नहीं है पर सच
कहता हूँ मुझमे कोई फरेब नहीं है
जल जाते हैं मेरे अंदाज़ से मेरे दुश्मन क्यूंकि एक
मुद्दत से मैंने
न मोहब्बत बदली और न दोस्त बदले !!

काही सुंदरविचार ...
१)मन आणि छत्री यांचा उपयोग तेंव्हाच होतो...जेव्हा ते उघडले जाते.नाहीतर गरज नसताना पणकायम ओझे बाळगावे लागते
२)कुणालाही मदत करताना कधीच त्याच्या डोळ्यात पाहू नये काय सांगावे "त्याचे शरमेचेडोळे पाहून आपल्या अंगात गर्वाची भावना निर्माण होईल "
३)घरापासून देवळात जायला माणसाला अजिबात सवडनसते पणमेल्यानंतर स्वर्गात जागा मिळावी अशी तीव्र इच्छा मात्र सर्वांचीच असते.
४)संकटे आपल्याला एकतर ताकद देतात किंवा आपल्याला पार मोडून टाकतात
हातोडी चे घाव जेव्हा काचेवर पडतात,तेव्हा काच सहज तुटून जाते ..पण तेच घाव जेव्हा लोखंडावर पडतात, तेव्हा एकप्रकारचा आकार (शेप )तयार होतो ..
आता ही आपली निवड आहे की काच बनायचे की लोखंड .म्हणूनच आयुष्यातील प्रत्येक संकट शूरपणे धैर्याने लढूया ..
५)शिकलेली माणसे परिस्थितीनुसार स्वताला बदलतात पणअनुभवी माणसे आपल्या नुसार परिस्थितीलाच बदलतात

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